Monday, July 16, 2012

गुस्ताखी

डर से बंद कर रखी हैं हमने अपनी आँखें 
कि कोई इन अश्कों को देख न ले 
अँधेरे में बैठे हैं छुपके 
कि कोई हमे तलाश न ले 
जिंदगी गुज़ार रहे हैं कुछ इस तरह 
कि ख्वाबो को भी हमसे शिकायत हो गयी
क्या करें कि ज़माने में यूँ
रुसवा हमारी मोहब्बत हो गयी
जानते थे दरमियां मजहबी दीवारें हैं खडी
फिर भी गुस्ताखी ये हम से हो गयी ..........पूनम(ss)

32 comments:

  1. Very Good Poonamji, As usual its very nice...

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    1. D.K. ji thnx for such an encouraging response .

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  2. congratulation for creating blog and thank for posting nice poem.

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    1. Basanta Maharjan ji I m thnkful to u for ur positive reinforcement ......there are other compositions too in this blog .

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  3. Dear Poonam Ji!

    Very nice blog, Congrats a lot....keep posting ur nice work:)

    Kumar Bindaas

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    1. thnx Kumar Bindaas ..thats really gr8 and yes I saw ur blog ....and wd certainly get bk to u if needed ...:)

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    2. Dear Poonam Ji!

      Thanx for visiting & joining my blog. Your poems are really touching & worthy to view again n again:)

      http://intradaymovers.blogspot.in/2012/07/heart-care-and-cholesterol.html#comment-form

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  4. Dear Poonam ji!

    Your blog colour scheme is very good. But you can change colour & format both of your blog, so many options available. Check my blog, you will like my blog's format. If any help needed then tell me, i will do for sure.

    Rgrds,

    Kumar

    http://intradaymovers.blogspot.in/

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  5. दोस्त तू है मेरा सबसे न्यारा,
    तुझे मुबारक हो तेरा जन्मदिन यारा,
    मेरी भी ना नज़र लगे आपको,
    कभी उदास ना हो आपका ये चेहरा जो बड़ा है प्यारा!
    जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो प्रिय मित्र पूनम जी,
    ईश्वर आपको सदैव सुख, शान्ति, समृधि प्रदान करे...

    कुमार बिंदास

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    1. पाकर आपका स्नेह अभिभूत हुई है 'पूनम '
      चहक उठी है तरंग
      प्रफुल्लित हुआ है मन .धन्यवाद ....कुमार बिंदास

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  6. sabse pahle aapko blog banane ke liye dhanyavaad. aur shubhkamna ki aap sadev likhti rahen. mai aapki rachnayen f b pe padhta tha.isliye aapko janta hun.

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    1. अतुल जी शुक्रिया एवं स्वागत .......

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  7. Great Going Poonam,.... keep it and high

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    1. सुनील पटोदिया जी बहुत बहुत आभार .......do feel free to suggest, if any

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  8. ab follow kar raha hoon, barabar aana hoga:)
    kabhi hamare blog pe padharen..

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    1. thnx for the honour......
      zaroor aaungi .....achha padhne ki khwaaish kise nahi hoti.

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  9. Har baar ki tarha laajwaab...

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  10. Dear Poonam ji!

    Very nice work, thanx a lot:)

    Rgrds,

    Kumar

    http://intradaymovers.blogspot.in/2012/10/lifes-learningapply.html#comment-form

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  11. जिंदगी गुज़ार रहे हैं कुछ इस तरह
    कि ख्वाबो को भी हमसे शिकायत हो गयी


    बहुत सुन्दर --पर ये निराशा क्यों पूनम हो चांदनी बिखेरिये |

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    1. अभय जी ......हाँ पूनम का तो काम ही चांदनी फैलाना है परन्तु
      जहाँ अँधेरा हो वहाँ तो नज़र थम ही जाती है और ख्यालात अलफ़ाज़
      बन जाते हैं :)))))))) धन्यवाद आपकी चिंतन युक्त प्रक्रिया के लिए
      (वैसे ये एक मित्र जो मुस्लिम हैं और हिंदू लड़की से निकाह करना चाह
      रहे थे उनके लिए लिखा था हालाँकि अब तो उनकी शादी और बिटिया भी हो गयी )
      :)

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  12. डर से बंद कर रखी हैं हमने अपनी आँखें
    कि कोई इन अश्कों को देख न ले
    अँधेरे में बैठे हैं छुपके
    कि कोई हमे तलाश न ले
    ==
    बहुत शानदार--फ़ोटो भी जानदार !

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    1. शुक्रिया ओम जी .......स्नेह बनाये रखियेगा

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  13. जानते थे दरमियां मजहबी दीवारें हैं खडी
    फिर भी गुस्ताखी ये हम से हो गयी
    ..दिल पर किसका जोर चला है ...बहुत खूब!

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  14. संत ताऊजी महाराज कहते थे कि फ़क़ीरी की तीन शर्तें हैं .. ...

    1. "इल्लत" यानी उसे कोई शारीरिक कस्ट हो ।
    2. "किल्लत" यानी उसे कोई कठिनाई हो ।
    3. "ज़िल्लत" अर्थात जग कुछ समय तक उसकी निंदा करे।
    परन्तु यह अस्थाई है, वे तो पूज्य हैं, पूजे ही जायेंगे ।

    फ़ना ख़ुद में हो रहवर, पलट दे ज़िन्दगी मेरी ।
    तेरे पैगाम से ज़ाहिर हो, सहने बंदगी मेरी ।।


    For other such type of many quotes be member of “Sant Vaani (Sermon of Saints).”
    Irrespective of caste, community, religion, cult this group is to promote
    Quotes, sermons, preecings, life of saint, seers, kalnders, sufies etc.
    facebook.com/groups/144762042273287/

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